जुगनू में ये प्रकाश कहासे आता है?
आप मेसे कई लोगोने जुगनू यानी प्रकाश वाले इस जंतु को देखा होगा जो रात के समय हवामें उड़ता है तब हमें इनमे एक तरह की लाइट देखने को मिलती है, हम इसे चमत्कारिक जीव भी मानते है और कई सारी दंतकथाएं भी है इनकी। जुगनुओं की इस दुनियामे 2000 से अधिक प्रजातीया है। ये शमसितोष्ण विस्तार में ज्यादा देखने को मिलते है जैसे कि एशिया और अमेरिका में आमतौर पर ये दिख जाते है। हमे ये तो पता है कि इन्हें जुगनू क्यो कहते है पर ये नही पता के ये प्रकाश कहासे आता है। जुगनुओं के पेट के नीचे ये अंग जोते है जिससे लाइट पैदा होती है, ये जीव जब ऑक्सीजन को अपने शरीर मे लेते है तब उनके शरीर की कोशिकाओं में लुसिफेरिन नाम के पदार्थ के साथ मिलता है तब ये प्रकाश उत्पन्न होता है , ओर इस प्रकाश में गर्मी नही होती। जुगनू की रोशनी रुक रुक कर होती है, ओर एक पैटर्न में चमकती है। ये पैटर्न हरेक प्रजाति की अद्वितीय होती है। ये पैटर्न से जुगनू एक संकेत देते है जिससे उन्हें अपने साथी को खोजने में आसानी होती है। पर वेज्ञानिको को ये अभीतक पता नही लग सका कि ये रोशनी कैसे चालू होती है और कैसे बंध। इस प्रकाश की वजह से ये अपना रक्षण करते ह