Posts

Showing posts with the label Travel

adsense head

खुबशुरत हिलस्टेशन जो अहमदाबाद से 500 km के अंदर आते है। / Hillstation Near Ahmedabad

Image
Source 1सापुतारा: Source सपुतारा गुजरात का सबसे जानामाना हिलस्टेशन है। ये गुजरात के डांग जिले में सहयाद्रि पर्वतमाला में आया हुआ है। यहा पर बहोत सारी हरियाली ओर जिल-जरने है, सापुतारा में घूमने के लिये बहोत सारि अलग अलग जगह है और कई सारी एक्टिविटी भी है जो आप कर सकते है। यह जगह आपको मंत्रमुग्ध कर देगी, ओर परफेक्ट वीकेंड के लिये  ये बहोत मजेदार हिलस्टेशन है। Source विजिट करने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी है। अहमदाबाद से ये 400km दूर आया हुआ है। यहा पे जाने का सबसे अच्छा रास्ता बस या कार से जाना है। पोहचने का समय करीबन 6 घंटे जितना लगता है सापुतारा में करने लायक एक्टिविटी में आप तालाब में बोटिंग कर सकते है, बोटैनिकल गार्डन, आर्टिस्ट विलेज, रोपवे, सनसेट, इको पॉइंट है। सापुतारा घूमने में आपको 1 से 2 दिन का समय चाहिए। 2 माउंट आबू: Source रेगिस्तान की हरियाली के नाम से जाना जानेवाला राजस्थान का एक मात्र हिलस्टेशन जो गुजरात के बॉर्डर पर पड़ता है। ये अहमदाबाद के पास वाला सबसे लोकप्रिय हिलस्टेशन है। अरावली पर्वतमाला के सर्वोच्च शिखर पर स्थित ये हिलस्टेशन जैन धर्म के देलवाड़ा के देरों से प्रसिध

दुनिया का सबसे छोटा टापू, जहापे सिर्फ एक घर और एक पैड है।

Image
Source पृथ्वी पर वैसे तो कई सारे आइलैंड यानी टापू है, पर इनमेसे सबसे छोटा रहने लायक टापू है "जस्ट रूम इनफ" नाम का ये टापू। पहले इस टापू का नाम "हब आइलैंड" था, बादमे 1950 की साल में इसे साइजलैंड  परिवार ने ख़रीदके इसका नाम "जस्ट रूम इनफ" रखा।  Source अमेरिका और कैनेडा की बॉर्डर के पास न्यूयॉर्क में आया हुआ ये आइलैंड 3300 सकेवर फुट का यानी एक टेनिस कोर्ट जितना सबसे छोटा आइलैंड है, यहा पे केवल एक ही घर है इस लिए इसका  रिकॉर्ड गिनिस बुक में भी है। Source यहापे उन्होंने एक छोटा सा घर बनाया था और एक पैड उगाया था, ये घर उन्होंने छुट्टियां बिताने के लिए ही बनाया था पर कुछ समय के बाद यहा पे बहोत सारे प्रवासी आने लगे और ये प्रचलित हो गया।

क्या आप मान सकते है कि इस 5 मंजिला इमारत में एक भी सीडी नही है।

Image
www.airlinepros.com दोस्तो इस जगह का नाम है " हवा महल " ये राजस्थान में जयपुर सिटी में आया हुआ है, इस महल का निर्माण राजा सवाई प्रताप सिंह ने 1799 में करवाया था, महल के आर्किटेक लाल चंद उस्ताद थे, इसे हवा महल इसलिए कहते क्योकि महल के अंदर हवा की आवन जावन यानी कि वेंटिलेशन के लिए 953 खिड़की ओर जरुखे है। Times of India pinterest.com ये महल 5 मंजिलो का होने के बावजूद इसमे सीढ़िया नही है क्योंकि आर्किटेक ने इस तरह से बनाया है कि किसी भी अंजिल पे जाने के लिए सीडी की बजाय ढलान दी गई है, ओर कहा जाता है कि शाही परिवार के सदस्य अलग अलग मंजिलोपे जाने के लिए लकड़े की व्हीलचेर का उअयोग करते थे। lifeinbluered.wordpress.com ऐसा कहा जाता की राजा सवाई प्रताप सिंह भगवान कृष्ण के बड़े भक्त थे, इसलिए महल की आकृति कृष्ण के मुगट की तरह बनाई गई है। ये महल खास तौर पर शाही महिलाओं के लिए बनाया गया था, क्योकि तब पर्दा प्रथा के कारण महिलाए सबके सामने नही आती थी इसलिए महल के जरुखे ओर खिड़कियों से सड़क पर होनेवाले समारोह ओर उत्सवों का आनंद उठती थी , यहासे उन्हें हवा के कारण गर्मी भी नही लगती थी और स्वतंत्रत

इस समुद्र में आप डुब नही सकते, जाने इस अद्भुत जगह के बारे में।

Image
water.usgs.gov दोस्तो पृथ्वी पर ऐसी कई सारी जगह है जिसके बारे में आपको ऐसी अचंबित कर देने वाली बाते जानने को मिलेगी उसमे से एक है "मृत सागर" यानी कि Dead Sea. यह समुद्र इजराइल ओर जॉर्डन की सीमा के बीचमे आया हुआ है। क्या आप जानते है कि इसे "मृत सागर" क्यो कहा जाता है?  ये समुद्र जमीन से 1375 फुट ओर समुद्र की सतह से लगभग 2400 फुट नीचे है, इस समुद्र के पानी का घनत्व ज्यादा होने के कारण यहा पर कोई भी इंसान डूबता नही है, और आसानी से तैर सकता है।          पृथ्वी के सारे समुद्र का पानी नमकीन यानी कि खरा होता है पर "मृत सागर" के पानी की खाराश सबसे ज्यादा है, बाकी समुद्रों की तुलना में यहा के पानी में bromin, megnesium, ओर iodine की मात्रा बहोत ज्यादा है। इस लिए इस "मृत सागर" का पानी पीने लायक नही होता और नाही इसमे से बना हुआ नमक उपयोग में ले सकते है। समुद्र में नमक का प्रमाण इतना ज्यादा होने के कारण इसमें कोई भी समुद्री जीव रेह नही सकता, इसी कारण इसका नाम "मृत सागर" है। ecocrap.wordpress.com यह समुद्र बहोत कम विस्तार में फैला है, लोकल भाषा मे इ

in text

in article

multiplex