किसी भी बड़े नेता के निधन की जानकारी पहले PMO को ही क्यो दी जाती है?
जी हा दोस्तो यह बहोत रोचक जानकारी है कि भारत मे कोई भी बडे राजनेता का निधन होता है तो सबसे पहले इस समाचार को PMO को दिए जाते है ऐसा क्यो होता है तो आइए जानते है इस क्यो किया जाता है।
दोस्तो इस बात के पीछे बजी एक बड़ा कारण छुपा हुआ है। क्योकि 1987 के जून महीने की ये बात है जब ऑल इंडिया रेडियो ने उस समय के सांसद जगजीवन राम के निधन की न्यूज़ फैला दी थी, पर असल मे उनका निधन हुआ नही था बल्कि उनका इलाज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में चल रहा था। तब उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे जो अपने मोरेसियस दौरे पे जाने के लिए एअरपोर्ट पर पहोचे थे तब उन्हें ये समाचार मिल ओर राजीव गांधी यह खबर सुनकर तुरंत एयरपोर्ट से हॉस्पिटल पहोच गौए। तब उन्हें असली हकीकत का पता चला। उस समय एयरपोर्ट लॉन्ज में भी सभी पत्रकारों ने ऑलइंडिया के इस समाचार को सही मानकर ऐसा बोल दिया था कि जगजीवन राम नही रहे। पर असल मे उनका निधन माही पर वो गंभीर तरह से भिमार थे।
इस गलतफैमि के बाद ऑल इंडिया रेडियो और दूसरी न्यूज़ अजेंसीय ने सबसे माफी भी मांगी थी। उसके बाद एक विवाद हो गया था कि जगजीवन राम असल मे जीवित है या उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रख कर जीवित्त रखा गया है।
इस के बाद केसि गलती दुबारा न हो इसके लिए इस घटना के बाद ये नियम बनाया गया कि कोई भी vip के निधन की जानकारी सबसे पहले ऑल इंडिया वालो को PMO को देनी होगी ओर इस जानकारी की जांच होने के बाद ही इसे प्रसारित किया जाएगा।
Thank you dosto for reading this post.
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