ये है इंडियन आर्मी की पोस्ट ओर उनकी सेलरी / Know About Indian Army Rank.
1 Field Marchal (फील्ड मार्सल )
ये पोस्ट इंडियन आर्मी मे सबसे ऊपर की 5 स्टार वाली पोस्ट है, पर ये पोस्ट नियमित तोर पे नहीं होती, जब कोई आपातकालीन परिस्थिति जैसे की यूध्ध हो तब इस पोस्ट को अमल मे लाया जाता है, इस लिए ये पोस्ट यूध्ध्कालीन ओर औपचारिक पोस्ट है । अब तक इस पोस्ट पर सिर्फ दो ही लोगो की नियुक्ति की गई है, जिसमे एक है सैम मानेकशॉ भारत के पहले फील्ड मार्शल थे, और 1 जनवरी 1973 को रैंक प्राप्त किया गया था। ओर दूसरे थे कोदंडेरा एम करियप्पा, जिन्हें 15 जनवरी 1986 को रैंक प्रदान की गई थी।
2 Genral (जेनरल)
ये भारतीय सेना मे फॉर स्टार जनरल ऑफिसर रेंक है, ये रंक आर्मी का सर्वोच्च सक्रिय रेंक है । ये रेंक भारतीय आर्मी के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ओर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के द्वारा नियुक्त किया जाता है। हमारे मौजूदा जनरल है मनोज मुकुन्द नरवान, जीन्हे 31 दिसम्बर 2019 मे बिपिन रावत के बाद नियुक्त किया गया था। इस रेंक की अवधि पोस्ट संभालने के 3 साल बाद या 62 साल की उम्र होने पे पूरी हो जाती है। इनकी तनख्वा 250000 रुपये होती है।
2 Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल)
लेफ्टिनेंट जनरल भारतीय सेना में थ्री स्टार जनरल ऑफिसर रैंक है। यह भारतीय सेना में दूसरी सबसे अधिक सक्रिय रैंक है। भारतीय नौसेना में समकक्ष रैंक वाइस एडमिरल है और भारतीय वायु सेना में एयर मार्शल है।
लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर अधिकारी सेना कमांडों और सेना मुख्यालय में महत्वपूर्ण नियुक्तियां करते हैं। हमारे मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल है योगेश कुमार जोशी, जिन्होने 1 फरवारी 2020 मे अपना कार्यभार संभाला था। इनकी तंख्वाह 225,000 होती है ।
3 Major general (मेजर जनरल)
ये पाँच पोइंटेड स्टार के साथ का आर्मी रेंक है, भारतीय सेना के प्रमुख जनरल भारतीय नौसेना में रियर एडमिरल और भारतीय वायु सेना में एयर वाइस मार्शल के बराबर है। इस पोस्ट के लिए 28 साल कमीशन सेवा आवश्यक है । इनकी तंख्वाह 144,200 - 218,200 रुपये होती है।
4 Brigadier (ब्रिगेडियर)
ये तीन राउंडेड पाँच पोइंटेड स्टार वाली रंक है । इस पोस्ट के लिए 28 साल कमीशन सेवा आवश्यक है।
इनकी तंख्वाह 1,39,600 - 2,17,600 रुपये होती हे। सेना के सूत्रों के अनुसार, "एक ब्रिगेड की कमान संभालने वाले एक अधिकारी को एक ब्रिगेडियर नामित किया जाता है , लेकिन जब वह अधिकारी एक कर्मचारी के पद के लिए आएगा, तो उसे एक मेजर जनरल नामित किया जाएगा।
5 Colonel (कर्नल)
कर्नल भारतीय सेना में एक रैंक है। अन्य सेनाओं की तरह, यह रैंक लेफ्टिनेंट कर्नल से अधिक है और एक ब्रिगेडियर से कम है। यह भारतीय नौसेना में कैप्टन और भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन के बराबर है। ये आगे के उच्च रैंक के अधिकारी की सेना मे सैनिको का गठन करते हैं, लेकिन उन्हें ब्रिगेड कमांडर, डिवीजन कमांडर, कॉर्प्स कमांडर, आर्मी कमांडर इत्यादि के रूप में संदर्भित किया जाता है। इनकी तंख्वाह 130,600 - 215,900 रुपये होती हे।
6 Lieutenant Colonel (लेफ्टिनेंट कर्नल)
ये एक राउंडेड पाँच पोइंटेड स्टार वाली रंक है । लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक को अक्सर बातचीत में और अनौपचारिक पत्रव्यवहार मे केवल "कर्नल" कहा जाता है। इस पोस्ट के लिए 13 साल कमीशन सेवा आवश्यक है। आमतौर पर सेना में एक बटालियन या रेजिमेंट का प्रभारी होता है। इनकी तंख्वाह 121,200 -212,400 रुपये होती हे।
7 Major (मेजर)
मेजर कमीशन अधिकारी की स्थिति का एक सैन्य रैंक है, जिसके समान रैंक दुनिया भर में कई सैन्य बलों में मौजूद हैं। इस पोस्ट के लिए 6 साल कमीशन सेवा आवश्यक है। मेजर को भारतीय सेना में सबसे प्रतिष्ठित और प्रतिष्ठित करियर रैंक में से एक माना जाता है। इनकी तंख्वाह 69,400 - 207,200 रुपये होती हे।
8 Captain (कप्तान)
ये तीन राउंडेड पाँच पोइंटेड स्टार वाली रंक है । कप्तान की सेना रैंक एक कमीशन अधिकारी रैंक है जो ऐतिहासिक रूप से सैनिकों की एक कंपनी की कमान के अनुरूप है। एक कंपनी के लिए एक सेना कप्तान जिम्मेदार होता है। यह प्रमुख है जो कंपनी के कप्तान को आदेश सौंपता है, बदले में कप्तान अपने कार्यकारी अधिकारी को, आमतौर पर पहले लेफ्टिनेंट को, कंपनी के उपयुक्त सदस्यों की देखरेख करने के लिए सौंपता है क्योंकि वे आदेशों को निष्पादित करते हैं। इस पोस्ट के लिए 2 साल कमीशन सेवा आवश्यक है। इनकी तंख्वाह 61,300 - 193,900 रुपये होती हे।
9 Lieutenant (लेफ्टिनेंट)
ये दो राउंडेड पाँच पोइंटेड स्टार वाली रंक है । एक लेफ्टिनेंट दूसरा सबसे जूनियर रेंक हे, ये सशस्त्र बलों, अग्निशमन सेवाओं, पुलिस और कई देशों के अन्य संगठनों में सबसे जूनियर कमीशन अधिकारी है। इनकी तंख्वाह 56,100 - 177,500 रुपये होती हे।
10 Subedar major (सूबेदार मेजर)
सूबेदार-मेजर भारतीय सेनाओं में जूनियर कमीशन अधिकारी का वरिष्ठ पद पर हैं, इन्हे वरिष्ठ भर्ती कर्मी भी माना जाता है। सूबेदार मेजर विशेष रूप से यूनिट के मनोबल, खेल, सुरक्षा और कल्याण को प्रभावित करने वाले सभी मामलों पर कमांडिंग ऑफिसर के गोपनीय सलाहकार होते हैं। वह सुरक्षा, कल्याण और मनोरंजक कर्तव्यों में 2nd -इन-कमांड की सहायता करता है। ये पोस्ट 34 साल की सेवा के बाद या 54 साल की उम्र होने पे मिलती हे ।
इनकी तंख्वाह 65,000 रुपये होती हे।
11 Subedar (सूबेदार)
सूबेदार मेजर का मुख्य कर्तव्य कमांडिंग ऑफिसर के वाहन का दरवाजा खोलना होता है जब वह यूनिट में आता है और कमांडिंग ऑफिसर यूनिट से निकलते ही वाहनों का दरवाजा बंद कर देता है। सूबेदार मेजर का महत्वपूर्ण कर्तव्य बारखाना और अन्य रेजिमेंटल कार्यों के लिए अधिकारियों को निमंत्रण देना है। ये पोस्ट 30 साल की सेवा के बाद या 52 साल की उम्र होने पे मिलती हे । इनकी तंख्वाह 50,000 रुपये होती हे।
12 Naib subedar (नायब सूबेदार)
इंका काम सूबेदार के उंडर मे होता हे। ये पोस्ट 28 साल की सेवा के बाद या 52 साल की उम्र होने पे मिलती हे ।
इनकी तंख्वाह 45,000 रुपये होती हे।
13 Havildar (हवलदार)
हवलदार की सेना में तीसरा सर्वोच्च सूचीबद्ध या गैर-कमीशन अधिकारी सैन्य रैंक है। आमतौर पर एक हवलदार के पास उसके नीचे तीन नाइक होते हैं और प्रत्येक नाइक के पास दस सैनिक होते हैं, जिससे वह चौंतीस जवानों की सैन्य इकाई बन जाता है। इनकी तंख्वाह 40,000 रुपये होती हे।
14 Naik (नाइक)
ये भारतीय सेना मे एक शारीरिक सैनिक की भूमिका मे होते हे । पहली रैंक जो आर्मी मे शुरू करते हैं, वह एक सिपाही या राइफलमैन की है । लगभग 5 वर्षों तक उस रैंक में सेवा देने के बाद, एक सिपाही को लांस नाइक किया जाता है । एक और 4-5 वर्षों के बाद, उन्हें नाइक (पश्चिमी सेनाओं में कॉर्पोरल) में पदोन्नत किया जाता है।
इनकी तंख्वाह 35,000 रुपये होती हे।
15 Lance Naik (लांस नाइक)
लांस नाइक की भूमिका नाईक के अंडर अति हे,इनकी तंख्वाह 30,000 रुपये होती हे।
16 Sepoy/Soldier (सिपाई/ सोल्जर )
एक सिपाही मूल रूप से एक पेशेवर भारतीय पैदल सेना को दिया गया पदनाम था, जो आमतौर पर मुगल साम्राज्य की सेनाओं में एक मस्कट से लैस होता था। "सिपाही" शब्द का उपयोग अभी भी आधुनिक नेपाली सेना, भारतीय सेना और पाकिस्तान सेना में किया जाता है, जहां यह निजी सैनिक के पद को दर्शाता है। इनकी तंख्वाह 25,000 रुपये होती हे।
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