क्या आप अंधविश्वास के कारण जानते है?
अपने कभी सोच है की अंधविश्वास क्यो काम करता है, ओर उसके कारण क्या है? विश्वास, कार्य, विचार, ओर वास्तविक चीज़े अंधविश्वास का कारण बनती है। आपको जानते है की लोग जब रास्ते पर चलते है तब काली बिल्ली रास्ता काटती है तो अपने आप को असहज क्यो महसूस करते है? अपने देखा होगा के कई लोग व्हाट्सअप मेऐसे मेसेज फॉरवर्ड करते है की " ये मेसेज 20 लोगों को भेजो ओर अगर नही भेजा तो आपके साथ कुछ बुरा होगा"। क्यो लोग ऐसे अंध विश्वास पर विश्वास करते है।
अंधविश्वास लोगों की मान्यताओं के कारण होत है। ज्यादातर लोग इस मानते है की जो इंसान धार्मिक होता है वो अन्धविश्वासी होता है, मगर ऐसा बिल्कुल नही है। धर्म ओर अंधविश्वास दोनो अलग अलग आते है। आइए अंधविश्वास के वरे मे जानते है। हम तब अन्धविश्वासी बनते है जब हम धार्मिक विधिओ के साथ कुछ परिणाम पाने के लिए सलग्न होते है। हमे ये स्वीकार कर लेना चाहिए के हम अंधश्रद्धा मे व्यस्त है क्यो की हम उसे मानते है।
अब हम अंधविश्वास को समजेंगे ओर किं चीज़ों से इसमे बढ़ावा हुआ है ये जानेंगे।
जूठा पूर्वाग्रह: जूठा पूर्वाग्रह सबसे बाद कारण है अंधविश्वास का। इसका मतलब है की हम दो अलग अलग परिथिति को एक दूसरे के साथ जोडते है। उदाहरण के रूप मे देखे तो जब हम कही बाहर कोई काम से जाते है ओर रास्ते मे काली बिल्ली अति है फिर हम अपना जो काम करने निकले थे उसमे सफल नही होते तब हम काली बिल्ली ओर अपनी असफलता को जोड़ देते है, ओर उस निर्दोष काली बिल्ली को ब्लैम करते है। ओर ये दुसरो को भी कहते है ऐसे ये एक सच्ची घटना बं जाती है ओर दूसरे लोग भी इस करने लगते है।ऐसे नकारात्मक विचारो से आप अन्धविश्वासी हो जाते है।
आप असफल रहे क्योकि अपने जो काम करने जा रहे थे उसकी पूरी तैयारी नही की थी ना की काली बिल्ली के आने से।
एक दूसरा किस्सा इस भी है की आपके दये या बये कंधे पर अगर कौआ बैठता है तो आप नसीब दर हो मगर यही बात जब जाम अपने किसी दोस्त के जन्मदिन पर ब्लैक सिर्ट पेहैं कर जाते है तब हमारे साथ इसा होता है तो क्या ये अच्छी बात होगी? इसलिए अंधविश्वास से अच्छा है तार्किक बने।
ब्लेम डालना: बहोत सारे लोगो का वर्तन अंधविश्ववासि होता है। कयोकी उन्हे ब्लै्म गेेेम खेलना अच्छा लगता है। ब्लेम भी अंधविश्वास एक बाद कारण है। कई लोग ब्लेम के जरिये अपने असफल जीवन को बचा सकते है ओर उसकी वजह किसी ना किसी व्यक्ति या वस्तु पे डाल देते है। उदाहरण केरूप मे देखे तो कोई कहता है की मे सफल नही हु क्योकि मे भाग्यशाली नही हु, या मेरी किस्मत मुजे साथ नही देती है, या भगवान मेरी हेल्प नही करना चाहता। असे अंधविश्वास आज के समय मेभी है ओर इस कहकर लोग अपनी असफलता का ब्लेम दूसरी चीजो पे डाल कर हमे मूर्ख बनाते है। ज्यादातर अंधविश्वास दुसरो कओ मूर्ख बनाते है। कुछ लोग कहते है की अगर नसीब मेरे साथ होता तो मे कुछ भी कर सकता हु और नसीब की आड़ मे अपनी कमजोरियो से बचते रहते है।
खेलकूद मे अंधविश्वास: ये एक ओर बडा कारण है जो अंधविश्वास को बढ़ता है। उदाहरण के रूप मे देखे तो कोई इंसान क्रिकेट मैच देखते वक्त blue कलर की टीसर्ट पहेन कर मैच देखता हेर उस दिन अगर उस इंसान की पसंदिदार खिलाड़ी या टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो वोस टीसर्ट को प्रदर्शन के साथ जोड़ देगा ,ओर अगली बार जब मैच होगी तो वो वही blue कलर की टीसर्ट पेहैं कर मैच देखने बैठेगा। दोस्तो blue कलर का उस टीम के प्रदर्शन के साथ कोई मतलब नही ये तो बस एक संजोग के कारण होता है ओर ऐसा बार बार नही होता। ओर इससे आप मान लेते है की आप जो भी कार्य करे उस वक्त वो बलुए टीसर्ट पेहैं के करे तो सफल होंगे , लेकिन ऐसा बिल्कुल नही होता सफल ता ओर निष्फलता तो आपकी मेहनत पर निर्भर है। ऐसा विश्वास रखना मूर्खता है, यह आपके दिल ओर दिमाग पर भी नेगेटिव असर करेगा इसलिए तार्किक बने ना की अन्धविश्वासी।
हम अंधविश्वास के कारण के ऐसी बातो पर विश्वास करने लगते हर जो तार्किक नही होती। ओर हम इसे अंदरूनी ताकत या जादुई सकते मान लेते है। ऐसे विचारो से हम अलसी बं जाते है। ऐसा मानना बांध करना होगा की ऐसी अंधविश्वास वाली बातो से हमे सब कुछ आसानी से मिल जायेगा, बल्कि उसके लिए आपको कर्म करना पड़ेगा, हार्डवर्क, प्लानिंग अपने दिमाग का उपयोग,ओर खुद पर भरोषा करना पड़ेगा तब जाके आप सफल इंसान बं सकते हो।
मुजे आशा है की आपको ये जानकारी पसंद आई होगी ओर दूसरी ऐसी जानकारी के लिए आप इस ब्लॉग को लाइक, फॉलो ओर शेर जरूर करे।
खेलकूद मे अंधविश्वास: ये एक ओर बडा कारण है जो अंधविश्वास को बढ़ता है। उदाहरण के रूप मे देखे तो कोई इंसान क्रिकेट मैच देखते वक्त blue कलर की टीसर्ट पहेन कर मैच देखता हेर उस दिन अगर उस इंसान की पसंदिदार खिलाड़ी या टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो वोस टीसर्ट को प्रदर्शन के साथ जोड़ देगा ,ओर अगली बार जब मैच होगी तो वो वही blue कलर की टीसर्ट पेहैं कर मैच देखने बैठेगा। दोस्तो blue कलर का उस टीम के प्रदर्शन के साथ कोई मतलब नही ये तो बस एक संजोग के कारण होता है ओर ऐसा बार बार नही होता। ओर इससे आप मान लेते है की आप जो भी कार्य करे उस वक्त वो बलुए टीसर्ट पेहैं के करे तो सफल होंगे , लेकिन ऐसा बिल्कुल नही होता सफल ता ओर निष्फलता तो आपकी मेहनत पर निर्भर है। ऐसा विश्वास रखना मूर्खता है, यह आपके दिल ओर दिमाग पर भी नेगेटिव असर करेगा इसलिए तार्किक बने ना की अन्धविश्वासी।
हम अंधविश्वास के कारण के ऐसी बातो पर विश्वास करने लगते हर जो तार्किक नही होती। ओर हम इसे अंदरूनी ताकत या जादुई सकते मान लेते है। ऐसे विचारो से हम अलसी बं जाते है। ऐसा मानना बांध करना होगा की ऐसी अंधविश्वास वाली बातो से हमे सब कुछ आसानी से मिल जायेगा, बल्कि उसके लिए आपको कर्म करना पड़ेगा, हार्डवर्क, प्लानिंग अपने दिमाग का उपयोग,ओर खुद पर भरोषा करना पड़ेगा तब जाके आप सफल इंसान बं सकते हो।
मुजे आशा है की आपको ये जानकारी पसंद आई होगी ओर दूसरी ऐसी जानकारी के लिए आप इस ब्लॉग को लाइक, फॉलो ओर शेर जरूर करे।
Comments
Post a Comment