लीडर बनने की क्या विशेषताए है।
हेल्लो दोस्तो कैसे हो आप लोग, मुजे काफी समय के बाद ब्लॉग लिखने का समय मिल है तो आज में आपसे एक अच्छा लीडर कैसे बने और अच्छे लीडर में क्या क्या अच्छाइयां होती है जो हमे सीखनी चाहिए और अपने जीवन मे भी इसे अपनाना चाहिए।
आप सोच रहे होंगे कि लीडर कैसे बने? लीडर बनान कोई आसान काम नही है, लोगो को अपने विचारों के साथ सहमत करना और अपनी बाते सुनाना ये कोई आसान काम नही है, पर ये इतना मुश्किल भी नही है जितना हम लोग सोचते है, जब आप कुछ बनाने का या कुछ करने का सोच लेते है तो आपको पहले उसके लिए एक सही प्लानिंग करनी होगी, ओर उसी प्लान के मुताबिक चलना होगा। शुरू शुरू में तो आप जब करेंगे तो काफी सारी गलतीया होगी, पर इससे घभराये नही क्योकि यही गलतिया आपको आगे बढ़ने में भी मदद करेगी।
लीडरशिप का ख्याल बदलाव के बारे में है जो पहले आपको अपने आप मे लाना होगा और आपको खुद अपना लीडर बनना होगा, तब जाके आप भविष्य में एक अच्छे लीडर बन सकते हो। शरुआत में आप खुदके लीडर बने ओर अपने विचारों, भावनाओ, ओर उत्साह को सही दिशा दे, ओर फिर जो डिफरेंस दिखाई देता है वो देखे।
हर एक प्रसिध्द लीडर ने पहले आत्मविश्वास की कमी, घबराहट ओर चिंता का सामना किया होगा, उसके बाद ही उन्हें एक सफलता प्राप्त हुई है, जैसे कि 'वारेन बफ़ेट', 'जोएल ऑस्टिन' ओर इत्यादि।
नीचे कुछ पॉइंट्स दिए गए है जो एक अच्छे लीडर बनाने के लिए बहोत जरूरी है।
1) कभी भी जुठ न बोले ओर जबतक यकीन ना हो तो उसके बारेमे कोई वादा न करे।
आपको तभी किसी वस्तु या व्यक्ति के बारे में वादा करना सही होगा जब आपको पूरी तरह से इसके बारे में जानते हो या आपको पूरा विश्वास हो, आपको कभी भी जुठ नही बोलना चाहिए क्योंकि किसी भी प्रकार का जुठ आपको आगे नही ले जा सकता और न ही आपको सफलता दिल सकता है। इस लिए आपको व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन मे कभी भी जुठ का सहारा नही लेना चाहिए। आपकी टीम ओर आपका अनुकरण करने वाले लोग आपके विचारों पर चलते है इस लिए आप हमेशा वास्तविकता में रहे। एक सच्चा ओर ईमानदार व्यक्ति बने रहे। जुठ बोलने वाला लीडर कभी भी लंबे समय के लिए लीडर नही बन सकता क्योंकि कभी में कभी तो लोगो को पता चलने वाला है। इस लिए लंबे समय ले लिए वही इंसान लीडर बन सकता है जो सच्चा ओर ईमानदार हो।
2) सन्मान के साथ व्यावहार करे।
हर एक व्यक्ति की सन्मान की जरूरत होती है, अगर आप चाहते है कि लोगपक सन्मानकरे तो वोही चीज आपको उनके साथ भी करनी होगी, एक बात हंमेसा याद रखे एक अच्छा लीडर होने के लिए आपको सबके बीचमे यानी सार्वजनिक किसी व्यक्तिकी सराहना करनी है ओर अगर उसकी गलती होतो व्यक्तिगत यानी कि अकेले में उसकी गलती को बतान होगा। क्योकि व्यक्तिगत पुरस्कार ओर सार्वजनिक आलोचना किसीके लिये अच्छी नही होती, खासकर तब जब आप एक लीडर बनना चाहते हो। इस लिए सभी के साथ सन्मान से पेश अये।
3) जिम्मेदारी।
आपकी टीम आपकी जिम्मेदारी है, दोष देनेकी बजाय अगर कुछ गलती होती है तो तब भी आप खड़े रहे और अपनी गलती का स्वीकार करके उसका समाधान खोज कर आगे बढ़ते रहे। दोष देने की बजाय जिम्मेदारी को अपने ऊपर लेकर आगे बढ़ने की कोशिश करे,क्योकि सभीको समाधान लेन वाले व्यक्ति ही पसंद होते हैं नाकि दोष देने वाले।
जब आप एक लीडर बनना चाहते हो तब सबसे पहली गुनवत्ता आपमे जवाबदार होने की चाहिए, आपको इससत्य को समझना होगा कि जब सब ठीक चल रहा है तब आपकी टीम को पुरस्कृत करने चाहिए
4) अभिमान कभी न राखेकि आप सब जानते है।
जब आप एक लीडर बनना चाहते हो तो ये अभिमान कभी न रखे कि आप सबकुछ जानते है, लीडर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आप हरेक व्यक्ति से कुछ न कुछ जान सकते है या ज्ञान प्राप्त करसकते है, इस लिए आपके पास जितना ज्ञान है उसपर अहंकार न कर के नया नया सीखते रहने चाहिए और अपने अंदर सुधार लाना चाहिए। हरएक सफल लीडर को पता है कि ज्ञान प्राप्त करना , सीखना ओर सुधार लाना ये जीवन भर चलने वाली प्रकिया है ये कभी समाप्त नही होती। इसलिए हंमेसा बुद्धिमान लीडर बने और खुद को सुधार की ओर ले जाये, तभी आप दूसरों का नेतृत्व कर सकते हो।
5) मना करने या 'ना' कहना शिखे।
ये बात सही है कि आप अपने जीवन मे बदलाव या कुछ नए की शुरुआत करने का शोचते हो तो ये बहुत कठिन काम है लेकि उससे बहु कठिन है 'ना' कहना या मन करना, कुछ भी नया करने के लिए आपको समय और ऊर्जा चाहिए, इसलियेगर आप अपनी जोली में जो पुराण है उसे जने नही दोगे तो नया उसमे ऐड कैसे होगा? चलता है कभी कभी कुछ नया करने के लिए कोई सामाजिक प्रसंग में न जा पाए , यदि आप समय की कमी के कारण अपने व्यावसायिक नीतिओ को बदल नही सकते ये भी ठीक है, इन सब बातों को मना करने की आदत डालो ओर फालतू का बोझ अपने ऊपर से हटाओ
6)अपने जिवन को प्राथमिकता दे।
पहली बार लीडर बनने में काफी उत्सुकता होती है, आप उसमे 24*7 रहना चाहते है, लेकि आपको ऊपर उड़ते उड़ते नई के जमीन के बारे में भी ख्याल रखना चाहिए जहाज़ आप ऊपर उड़े है, अपने जीवन को प्राथमिकता दे और अपने व्यक्तिगत जीवन और व्यावसायिक जीवन मे संतुलन बनाये रखे।
7) अहंकार से सफलता ज्यादा महत्वपूर्ण है।
गलती होने पर sorry कहने में हिचकिचाहट महसूस न करे, आप अपने अहंकार को हर कर ही जितसक्ते है, आपके जीवन मे ककिसका महत्व ज्यादा है अहंकार या सफलता?, हंमेसा समस्याओ को हल करनेका द्रष्टिकोण रखे।
इस ब्लॉग को ध्यान से पढ़ने के लिए आप सब का खूब खूब धन्यवाद, ऐसी ही रोचक जानकारीके लिए जुड़े रहे और पढ़ते रहे info and funn.
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