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3 Idiots के रियल फुंगसुक वांगड़ू

https://sanjayharshora.blogspot.com/

3 idiots में जो फुंगसुक वांगड़ू है उनसे भी बड़े हीरो है रियल लाइफ के फुंगसुक वांगड़ू।
पिछले कई सालों से अपना जीवन दुसरो को समर्पित कर के काम करने वाले फुंगसुक वांगड़ू जिनका नाम सोनम वांगचुक है इनके जीवन के बारेमे हम जानेंगे।
http://cosmotales.com/news-sonam-wangchuk/laureate-sonam-wangchuk-
at-4000-m-in-ladakh-an-area-that-suffers-water-shortages-2-e1482473867521/
ईन्होंने सन 1988 में लदाख के बर्फीले विस्तार में शिक्षण में सुधार लाने का निर्णय करके स्टूडेंट एजुकेशन एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख की स्थापना की। वांगचुक का कहना है कि उनकी बनाई गई सेकमोल ही एक ऐसी स्कूल है, जहा बिल्कुल अलग तरीके से शिक्षण दिया जाता है। और वो अभी भी उसमे आधुनिकता लेन के प्रयास कर रहे है, ओर इसमे वो सफल भी हुए है।

इनसे प्रेरित होक 3 इडियट मूवी में फुंगसुक वांगड़ू का किरदार बनाया गया है।
वांगचुक ऐसे बच्चों की हेल्प करते है जिनको आगे बढ़ने का मौका नही मिलता , ओर इससे वो उनके सपनों को पूरा करनेकी कोशिस करते है। वांगचुक को 'आइस स्तूप कृत्रिम ग्लेसियर परियोजना' का पुरस्कार भी दिया गया है।
https://www.weforum.org/agenda/2017/02/these-mini-manmade-
glaciers-are-helping-himalayan-farmers/
वांगचुक की स्कूल:
बचपन मे वांगचुक परिवार के साथ लदाख के दूर एक गांव में रहते थे, जहा पे उन्होंने बहोत सारी भाषाए भी सीखी। उसके बाद उन्होंने लद्दाख में शिक्षण का कंसुरु किया, तब उन्हें पता चला के बच्चों की सब सवालो के जवाब तो पता होते है पर भाषा की वजह से जवाब नही दे पाते। इस लिए उनकी इच्छा है कि पढ़ाई में थियरी से ज्यादा प्रैक्टिकल पर ज्यादा भार देना चाहिए।
https://secmol.org/about/
"देश की शिक्षण प्रणाली सैड चुकी है। स्कूल और कॉलेज में केवल नंबर पर ध्यान दिया जाता है। नंबर के आधार पर स्टूडेंट्स को पास ओर फैल किया जाता है। क्या है ये सब? आप लोग बच्चो के फ्यूचर के साथ खेल रहे हो। कॉलेज से निकलने के बाद उनके पास जॉब नही होती, ओर दूसरी ओर इंडस्ट्री के पास अच्छे कर्मचारी नहीहोते।"
वांगचुक उनके इन विचारों के साथ आगे बढ़के एक ऐसा विश्वविद्यालय बनाना चाहते है जो शिक्षण प्रणाली में उनकी इच्छा अनुसार बदलाव कर सके। ये विश्वविद्यालय सभी प्रकार के बच्चों के लिए खुला रहेगा जहा स्टूडेंट्स को रट्टा मारने की बजाय प्रैक्टिकल तरीके से शिक्षण दिया जाएगा।
http://www.zimbio.com/photos/Michelle+Monaghan/Sonam+
Wangchuck/2016+Rolex+Awards+Enterprise/nI4tLdkMEIt

बर्फीली ओर रण प्रदेश वाली जगहों पर पानी पोहचने का मॉडल:
वांगचुक ने पानी जमा करने के लिए लैंड्सकैप शेप बनाया है। जिससे संग्रह किया गया पानी अप्रैल ओर में महीनों में उपयोग कर शके। उनके लद्दाख के साथी 'चेवांग नॉरफेल' के कामो से प्रेरित होके वांगचुक ने आइस स्तूप बनाया है। जिसकी मदद से गर्मियों के दिनों में ग्लेसियर पिगलने लगे तब इसके पानीसे खेती की जा सके। इस सिद्धि के लिए उन्हें 'रोलेक्स अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार की रकम से वांगचुक ऐसे 30 मीटर बड़े 20 आइस स्तूप बनाना चाहते है, जिसकी मदद से लाखों मिलियन पानी सप्लाई किया जा सके।फ्यूचर में ऐसी यूनिवर्सिटी बनाना चाहते है जिससे युवा वर्ग वातावरण के कामो में व्यस्त रहे।

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