भारतीय रिज़र्व बैंक ने 100 rs का नया नोट चलन में लाने का एलान किया हे, जो कुछ ही दिनों में आपको मार्केट में सबजगह लेन-देन में दिखाई देगी। इस 100 की नोट की डिज़ाइन लगभग दूसरे नए नोट हे उनके जैसा ही हे, पर इसमें और भी एक खास बात हे और उसका गुजरात से खास कनेक्शन हे। वैसे तो ये नया नोट पुराने नोट्स से बहोत अलग दिखाई देता हे। जैसे की इसका कलर नोट का साइज और बहोत कुछ अलग हे पुराने नोट से। पर इसका गुजरात के साथ कनेक्शन देखे तो आपको निचे दिए गए इस नोटके दूसरे हिस्से में जो इमेज आपको दिखाई देती हो वो गुजरात के पाटन सहर मे आई हुई सुप्रसिद्ध "रानी की वाव" की हे। जिसे स्थानिक लोग "रणकी वव" के नाम से जानते हे
दोस्तों ये बात गुजराती लोगो के लिए बड़े गर्व की बात हे की वहा की पौराणिक जगह को भारत के चलन में स्थान मिला हे। वैसे रानी की वाव अपने आप में भी जगविख्यात हे पर 100 की नोट पर आने से इसका महत्व और भी बढ़ गया हे। देश और दुनिया को लोग और ज्यादा इसके बारेमे जानेंगे और इसे देखने के लिए आएंगे।
इस नोट की साइज़ 66 mm X 145 mm होगी। रिज़र्व बैंक ने ये भी कहा हे की पुराने 100 के नोट भी चलन में रहेंगे। नोट के एक हिस्से में महात्मा गाँधी का चित्र, चार सिंहो की मुखाकृति, गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर ओर दूसरेक फीचर्स हे। और नोट की दूसरी और राइट हैंड साइड पे गुजरात के पाटन की "रानी की वाव" का चित्र दिया गया हे। और उसके बाजु में गाँधीजी के स्वच्छ भारत वाले चश्मे का लोगो दिया गया हे।
"रानी की वाव" को unesco के द्वारा 2014 में विश्व विरासत के नाम में नामांकित किया हे। unesco की जानकारी के अनुसार इसे 11 वि सदी में एक राजा की याद् में बनाया गया था। यह वाव सात मंजिल अंदर बनाई गई हे जिसके अंदर के हिस्से को पौराणिक शिल्प कारीगरी से सवारा गया हे। और ये टूरिस्ट लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र हे।
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